चीन और भारत युद्ध की सम्भावना 

भारत और चीन Asia की दो बड़ी Superpower Country आज अपनी अपनी Army के साथ एक दूसरे के सामने खड़े है। पिछले कुछ समय से चीन भारत के साथ एक प्रकार का Physiological War लड़ रहा है कभी डोकलाम पर और कभी LAC की Situation को लेकर कुछ ना कुछ हरकत करने मे लगा हुआ है, कभी 1962 War का जिक्र कर-कर Bharat का मनोबल गिराने का प्रयास कर रहा है और कही नये Military War Practice के Video अपने Social Media Platforms मे Upload करके Bharat को अपनी सैनिक क्षमता को दिखाकर डरने का प्रयास कर रहा है। जिसका एक परिणाम Galwan Valley मे एक सैनिक झड़प के रूप मे सामने आया, जिसमे India के 20 Soldier शहीद हो गये और China के 45-50 Soldier मारे गये परन्तु China ने अभी तक इसे Accept नहीं किया है। क्या ये हालत भारत-चीन के बिच एक बड़ी War की और इशारा कर रहे है, क्या वास्तव मे कोई Destructive War होगी, अगर हा तो उसका Result क्या होगा, और इस War मे India की स्थिति क्या होगी, ऐसे कई सवाल हमारे Mind मे है, जिनका Answer हम जानना चाहते है, क्योकि ये सभी भविष्य के है, और भविष्य का जवाब तो Astrology से ही दिया जा सकता है। 


China की कुंडली का विश्लेषण   

Astrology के Point of View से चीन की लगन कुंडली यह संकेत दे रही है, कि China भारत के खिलाफ एक छोटा सा Military अभियान कर सकता है। जिसके परिणाम China के लिए काफी Destructive हो सकते हैं, जो China को Economically काफी नुकसान दे सकता है। China के अधिकतर उद्योग तेल के Import पर ही निर्भर करते हैं और मुख्य रूप से Indian Ocean के माध्यम से गुजरते हैं। Indian Navy Chines Oil Import को Indian Ocean मे रोकना शुरू कर सकते है जो कि China की कुल आवश्यकता का Almost 80% है। उधर दक्षिण-चीन सागर में America और Japan दोनों साथ मिलाकर China पर दबाव बना कर रख सकते है। 



China की कुंडली ’मकर’ लग्न की है। Astrology के अनुसार यदि Mercury पाप ग्रहों से पीड़ित होकर नवम भाव में बैठा हो तथा चतुर्थ भाव या उसका स्वामी भी कुंडली पीड़ित हो तो उस कुंडली कपट योग का निर्माण हो जाता है। China की लगन कुंडली उसके स्थापना दिवस के अनुसार 1 अक्टूबर 1949 की है, जो की मकर लगन है, जहां पर Mercury नवम भाव में पाप ग्रहों सूर्य और केतु से पीड़ित है। चतुर्थ भाव का स्वामी मंगल नीच का होकर युद्ध स्थान यानी सप्तम भाव में चंद्रमा पर दृष्टि डालकर उसे पीड़ित कर Complete रूप से कपट योग का निर्माण कर रहा है। इस कपट योग के साथ रहस्य स्थान यानी Eight House में बैठा शनि China को धोखे और छल-कपट करने में Expert बना रहा है। इस कुंडली में सबसे Important देखने वाली बात है, राशी, नवमांश और दशाश्म Chart के Tenth House पर मंगल का प्रभाव है। मंगल Lagan Chart में Seventh House मे और उसके Lord को सीधा देख रहा है। नवमांश और दशमांशा Chart में यह Tenth House में बैठा है, जो China के Communist शासन की प्रवर्ति को निरकुंश बनाता है। मंगल लगन, नवमेश और दशमेश चार्ट मे लगन को देख रहा है। यह सब China को एक बहुत ही Aggressive और Arrogant राष्ट्र बनाता है, जो अपने सभी Neighboring Country के साथ सीमा विवाद को बढ़ा रहा है।

China सितंबर 2019 लगन कुंडली बने कपट योग और उसमे पीड़ित हुऐ Mercury की विंशोत्तरी दशा में चल रहा है, इससे यह संभावना काफी बढ़ जाती है, कि China इसी दशा में धोखे से India के Against कोई सैन्य कार्यवाही 21 June के सूर्यग्रहण के बाद कभी भी कर सकता है। 20 November को Jupiter का वापस मकर राशि मे जाकर Saturn से सयोंग बनाना इसी और संकेत कर रहा है। 1962 के War के समय भी इन दोनों ग्रहों की ऐसी ही स्थिति बनी थी। उस समय भी चीन ऐसी ही दशा में India पर धोखे से हमला कर दिया था। China की कुंडली में चंद्रमा साढ़ेसती से Badly Affected है और Mercury कपट योग में फंसकर उसे खुद ही अपने Self-destruction की ओर लेकर जा रहा है।

China पर Mercury की दशा में युद्ध का संकेत 

September 2019 से शुरू हुई Mercury की महा दशा Military Action को लेकर China अधिक Aggressive बना सकता है। क्योकि लगन Chart में बुध केतु और Eight House Lord सूर्य के साथ बैठा है। नवमांश में Mercury  लग्नेश और Eight House Lord मंगल के साथ परस्पर दृष्टि सम्बन्ध बनाकर Third और Sixth House का स्वामी है। दशमेश Chart मे भी Mercury पर Saturn के बुरे प्रभाव है। इन सब बातो का विश्लेषण पर Astrology यही संकेत देता है कि China  2020 में कई Countries के Against युद्ध छेड़ सकता है, और Chines Army Pakistan के साथ मिलकर कश्मीर मे घुसने का प्रयास कर सकती है। South China Sea के क्षेत्र में भी China और American Allies Countries के साथ भी युद्ध में शामिल होने की पूरी सम्भावना है।

भारत की कुंडली का विश्लेषण  

भारत की Position इस वक्त Army Strength के हिसाब से काफी मजबुत है, जो China पर भारी पड़ सकती है। अगर War होती है तो India को दो Front पर लड़ना पड़ सकता है, एक China के साथ और दूसरा Pakistan के साथ, जो Third World War की सम्भावना को प्रबल बना देता है। इसलिये Astrological Calculation के द्वारा इसका विश्लेषण कर सकते है, की India की कुंडली War की सम्भावना को कितना प्रबल बनाती है या नहीं।


भारत की कुंडली Taurus लगन की है, और Current मे चंद्रमा की दशा 9 October 2015 से 9 September 2025 तक चल रही है। चंद्रमा, Taurus लगन कुंडली के लिए एक Functional Force है। भारत की Foundation कृष्ण पक्ष मे त्रयोदशी के दिन आधी रात मे होने के कारण से चंद्रमा भटक रहा है। यहां पर चंद्रमा एक हल्के नर ग्रह के सामान व्यवहार करने के लिए बाध्य हो रहा है, जो उसकी मूल प्रकृति से भिन्न है। परन्तु यह राशी और नवांश Chart में एक गजकेसरी योग का निर्माण करने में शामिल है, इसलिए यह Surely भारत को अपने Time Period के दौरान World Level पर एक अच्छी Position देगा। इस पर दिलचस्प बात यह है कि Indian Prime Minister श्री नरेंद्र मोदी भी अपनी लगन कुंडली में चंद्रमा की महादशा से ही गुजर रहे हैं। भारत की कुंडली मे चल रही चन्द्रमा की महादशा मे Saturn की अन्तर्दशा कोई अच्छा संकेत नहीं दे रही है, क्योकि Saturn चन्द्रमा से Seventh House का Lord होकर Sixth House के Lord के साथ अपनी Enemy Sign कर्क मे बैठा है और 1962 की तरह मकर मे Transit कर रहा है। 21 June के सूर्य ग्रहण से पीड़ित हो भारतीय कुंडली का Eight House प्राकृतिक आपदाओं और धन हानि का प्रबल योग बना रहा है। 

August 2018 से December 2019 तक जो चंद्रमा-बृहस्पति के अंतर की अवधि जिसने China के साथ India की सैनिक झड़पों को बढ़ाया जो सम्भवत 2020 के अंत तक एक पूर्ण युद्ध के रूप में परिवर्तित होंगी। तब India को निश्चित तौर पर China और Pakistan इन दोनों फ्रंट पर युद्ध का सामना करना पड़ेगा। 1947 के बाद से देश के लिए सबसे यह कठिन समय है। 2020 में चंद्रमा-शनि की दशा और मकर से शनि-बृहस्पति का सयोंग India को एक विनाशकारी स्थिति में डाल सकता है। अगर हम इसे जैमिनी की चर दशा ज्योतिषीय रूप से देखे तो India अगस्त 2015 से अगस्त 2020 तक मीन राशि की अवधि के साथ चल रहा है। मीन राशि को करकामेश की राशी कहा जाता है, यानी यह आत्ममाकर का नवांश होता है। मीन राशि से Fifth House में स्थित ग्रह वहां से 12 House को देख रहे हैं। मीन राशि के गणेशकारक मंगल ग्रह का केंद्र में बैठना कोई लाभकारी स्थिति नहीं है। लगन मे अमात्यकारक बृहस्पति मीन राशि से Eight House में उपस्थित है। इसलिए जैमिनी चर दशा के अनुसार यह कहा जा सकता है कि भारत 2020 में एक बड़े युद्ध की तरफ बढ़ रहा है।

भारत में राष्ट्रवादी भावनाओं का प्रबल होना 

चंद्रमा की प्रमुख महादशा की अवधि मे Saturn की अन्तर्दशा और उसमे चल रही Rahu की प्रत्यन्तर दशा भारत की राजनैतिक शक्ति और आम जनता के मन मे भ्र्म की स्थिति को उत्पन करगे। देश मे राष्ट्रवादी भावनाओं को अगले दो वर्षों में और तेज़ गति मिलेगी, जिससे Chines Items के बहिष्कार के अभियान को और तेज़ गति मिलने की पूरी सम्भवना हैं। जो कुछ हद तक भारत के कई व्यापारिक हितों को चोट भी पहुंचाएगी, लेकिन यह भारत को आत्मनिर्भर बनने की और अग्रसर भी करेगा। 


अंत मे निष्कर्ष 

दोनों देशों की Astrological Calculation के अनुसार समय ठीक नहीं चल रहा है जो एक बड़े विनाश की और धकेल सकता है। जहां India की कुंडली आर्थिक हानि और Natural Calamities की और संकेत कर रही है, वही चीन की कुंडली अपने पडोसी राष्ट्रों के साथ विश्वासघात को दिखा रही है। वर्तमान ग्रह दशा China के लिये किसी प्रकार से शुभ नहीं है, इसलिये यह संभव है की china अपने विनाश मे India को प्रभावित कर सकता है। भारत को अत्यधिक सचेत रहने की परम आवश्यकता है।   



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